प्रतिलिप्याधिकार/सर्वाधिकार सुरक्षित ©

इस ब्लॉग पर प्रकाशित अभिव्यक्ति (संदर्भित-संकलित गीत /चित्र /आलेख अथवा निबंध को छोड़ कर) पूर्णत: मौलिक एवं सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यदि कहीं प्रकाशित करना चाहें तो yashwant009@gmail.com द्वारा पूर्वानुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें।

01 January 2016

हर बीता पल कुछ सिखाता है

हर बीता पल
कुछ सिखाता है
हर आने वाला पल
नये सपने सजाता है
बीतना, आना
और फिर बीतना
कभी हारना
और फिर जीतना
मन की गहरी नदी की
बेपरवाह लहरों के साथ
जो ठोकरें खाता है
पत्थरों से टकराता है
वही उस पर
अपने साहिल से मिल पता है
हर बीता पल
कुछ नया सिखाता है।

~यशवन्त यश©

No comments:

Post a Comment

+Get Now!