tag:blogger.com,1999:blog-6931437441215010881.post591033690257272613..comments2024-03-20T18:53:50.936+05:30Comments on यश पथ (Yash Path): कुंठित मन के सवाल.... Yashwant R. B. Mathurhttp://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6931437441215010881.post-15896894645218361922017-05-22T14:00:44.420+05:302017-05-22T14:00:44.420+05:30मन को कुछ भी मिल जाये वह तृप्त होता ही नहीं, मन का...मन को कुछ भी मिल जाये वह तृप्त होता ही नहीं, मन का स्वभाव ही ऐसा है, मन के पार जाकर स्वयं की निजता का अनुभव जब तक नहीं होगा तब तक कुंठा से मुक्ति सम्भव नहीं..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6931437441215010881.post-58734651388264028072017-05-20T16:51:39.486+05:302017-05-20T16:51:39.486+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (21-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (21-05-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in" rel="nofollow"><br />"मुद्दा तीन तलाक का, बना नाक का बाल" (चर्चा अंक-2634)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच परडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6931437441215010881.post-87420996066830536202017-05-19T19:03:41.873+05:302017-05-19T19:03:41.873+05:30सुन्दर।
सुन्दर।<br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com